नेत्रदान के बाद भी अदृश्य रूप से जीवित रहेंगे बहादुर

अलीगढ़। कुछ वाक्य ऐसे होते हैं जो उदाहरण बन जाते हैं और हमेशा याद रहते हैं। ऐसा ही उदाहरण आज प्रस्तुत हुआ है। विकलांग बहादुर प्रसाद के परिजनों ने अपना दिल मजबूत कर बहादुर प्रसाद की मृत्यु उपरांत नेत्रदान देहदान कर्तव्य संस्था के सहयोग से कराया है, जो अपने महानगर ही नहीं पूरे देश के […]

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