नई दिल्ली। करीब डेढ़ दशक पुराने निठारी हत्याकांड में एक नया मोड़ आया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ यूपी सरकार और सीबीआई सुप्रीम कोर्ट पहुंची है। अब इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा सुरेंद्र कोली को बरी किए जाने के फैसले का सुप्रीम कोर्ट परीक्षण करेगा। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार और सीबीआई की याचिका पर नोटिस जारी किया है। सुप्रीम कोर्ट ने पहले से लंबित सभी मामलों को इसके साथ जोड़ दिया है और उसने सुरेंद्र कोली को नोटिस जारी किया है।
बता दें कि मई महीने में गौतमबुद्ध नगर के निठारी गांव में घर के पिछवाड़े कई कंकाल मिलने से खुले कई हत्याकांड के अभियुक्तों मनिंदर सिंह पंधेर और सुरेंद्र कोली के मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा एक्शन लिया था। मनिंदर सिंह पंधेर और सुरेंद्र कोली को बरी किए जाने को चुनौती देने वाली अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार और अभियुक्तों को नोटिस देकर जवाब तलब किया था। सुरेंद्र कोली और पंढेर को निचली अदालत ने मृत्यु दण्ड देने का फैसला किया था। मगर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पिछले साल अक्टूबर में दोनों को बरी कर दिया।
उत्तर प्रदेश सरकार और सीबीआई की ओर से शीर्ष अदालत में पेश हुए एसजी तुषार मेहता ने कहा, ‘वह एक सीरियल किलर है। छोटी लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाता था। उनकी हत्या करता था। उन्हें पकाता था। ट्रायल कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी। हाईकोर्ट ने इसे पलट दिया। यह वाकई भयानक है।’ अब मामले की अगली सुनवाई कब होगी, इसकी तारीख सामने नहीं आई है। माना जा रहा है कि सीबीआई और योगी सरकार के इस कदम से सुरेंद्र कोली की मुसीबत बढ़ जाएगी। साल 2017 में भी गाजियाबाद की विशेष सीबीआई अदालत ने सुरेंद्र कोली और पंढेर को पिंकी सरकार की हत्या मामले में फांसी की सजा सुनाई थी। इससे पहले गाजियाबाद की एक विशेष अदालत ने निठारी हत्याकांड से जुड़े मामले में कारोबारी मोनिंदर सिंह पंढेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली को दोषी माना था। सुरेंद्र कोली और मोनिंदर पंढेर को को न्यायाधीश पवन कुमार तिवारी ने फांसी की सजा सुनाई थी। ये मामला पिंकी सरकार की हत्या से जुड़ा हुआ था। पंढेर और कोली को इस मामले में अपहरण, बलात्कार और हत्या का दोषी पाया गया था। 2006 में जब निठारी केस का खुलासा हुआ था तो उस समय पूरा देश इस क्रूर हत्याकांड से सहम गया था। नोएडा के निठारी गांव की कोठी नंबर डी-5 से जब नरकंकाल मिलने शुरू हुए, तो पूरे देश में सनसनी मच गई थी। जांच के दौरान मानव हड्डियों के हिस्से और 40 ऐसे पैकेट मिले थे, जिनमें मानव अंगों को भरकर नाले में फेंक दिया गया था। निहारी हत्याकांड का आरोपी सुरेंद्र कोली फिलहाल इलाहाबाद हाईकोर्ट से बरी हो गया है।
