शिक्षक राष्ट्र निर्माता होता है : प्राचार्य

अलीगढ़ उत्तर प्रदेश

अलीगढ़। धर्म समाज सोसायटी एवं धर्म समाज महाविद्यालय के पंचसप्ततिः महोत्सव की शृंखला में मंगलवार को शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी स्मृति शेष श्रीमती मधुनंदन अग्रवाल शिक्षक सम्मान समारोह का भव्य आयोजन ’भगतजी सभागार’ में किया गया, जिसका शुभारम्भ मुख्य अतिथि इंद्र विक्रम सिंह जिलाधिकारी एवं प्रबंध समिति सचिव राजीव अग्रवाल तथा प्राचार्य द्वारा वागीश्वरी मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। गणेश स्तुति के उपरांत सभागार में उपस्थित अतिथियों का पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया गया।
प्राचार्य प्रो. मुकेश कुमार भारद्वाज ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होता है। शिक्षक का जीवन मोमबत्ती के समान होता है, जो स्वयं जलकर समाज एवं राष्ट्र को प्रकाशित करता है। शिक्षकों के अमूल्य योगदान से ही कोई भी समाज या राष्ट्र उन्नति के चरमोत्कर्ष को प्राप्त करता है। प्रबंध समिति के अध्यक्ष विजय अग्रवाल सोनी ने स्पष्ट किया कि शिक्षकों का सम्मान करना हम सभी का नैतिक दायित्व है। प्रबंध समिति सचिव राजीव अग्रवाल ने कहा कि हम सभी के जीवन को संवारने में माता पिता के बाद सबसे महत्त्वपूर्ण भूमिका शिक्षक ही निभाता है।
मुख्य अतिथि इंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि हमारी वर्तमान शिक्षा प्रणाली एकांगी होती जा रही है। हमारे विद्यार्थी आर्थिक उपलब्धियों की दृष्टि से तो तैयार हो रहे हैं, किंतु सामाजिक, सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों के उन्नयन में पिछड़ते चले जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा के मानविकी एवं विज्ञान विषयों में बेहतर संतुलन की आवश्यकता है जिससे विद्यार्थी के व्यक्तिव का सर्वांगीण विकास के साथ ही एक संतुलित और समन्वित समाज का निर्माण सम्भव हो सके। मुख्य अतिथि ने प्राचीन भारतीय दर्शनों की महत्ता को स्पष्ट करते हुए व्यावहारिक जीवन में उसके अमूल्य योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इस शिक्षक सम्मान समारोह में धर्म समाज सोसायटी द्वारा धर्म समाज महाविद्यालय, धर्म समाज इण्टर कॉलेज, धर्म समाज बाल विद्या मंदिर तथा धर्म समाज कालेज ऑफ फार्मेसी के कतिपय शिक्षकों को सम्मानित किया गया, जिनमें प्रो. सुनीता गुप्ता, डा. वीके श्रीवास्तव, डा. पंकज कुमार वर्मा, डा. अजय कुमार, डा. अवनीश सिंह, डा. चंद्रकांत, सिम्मी अग्रवाल, डा. मोहित सक्सेना, तेजवीर सिंह, हरीश कुमार वर्मा, विनोद कुमार शर्मा, विश्व दीपक त्रिपाठी, करिश्मा जौहरी, अंशु गोयल, अनुपमा अग्रवाल, प्रदीप रावत, मुदिता गुप्ता, स्नेहलता शर्मा, अलका भारद्वाज, सौरभ सारस्वत, आदित्य प्रताप सिंह, ऋषि कुमार आदि शामिल रहे। छात्र-छात्राओं ने गुरु वंदना सहित विविध मनोरम सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। प्रबंध समिति कोषाध्यक्ष राजीव अग्रवाल रेमंड ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। संचालन डा. नीलम श्रीवास्तव ने किया।
इस दौरान प्रो. भारत सिंह, प्रो. हरीश शर्मा, प्रो. अंजुल सिंह, प्रो. बीना अग्रवाल, प्रो. शरतराज सिंह, प्रो. हरेंद्र सिंह, डा. मंजू सिंह, प्रो. ज्योत्स्ना चंदेल, डा. हेमलता सहाय, डा. पुष्पेंद्र सिंह, डा. हृदयेश कुमार, डा. राजकुमार भारती, डा. दशरथ, डा. राजमणि सरोज, डा. जितेंद्र शर्मा, डा. उमेंद्र सिंह, डा. आकाश वार्ष्णेय, डा. चितरंजन भारती, डा. सुनील कुमार, डा. धर्मेन्द्र सिंह, डा. संदीप यादव एवं डा. नंदराम निषाद उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *