अलीगढ़। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के योजनांतर्गत केकेकेके देवी ट्रस्ट में विभिन्न विभागों के सहयोग से कन्वर्जन्स कार्यशाला एवं बालिका जन्मोत्सव कार्यक्रम के साथ ही राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया गया, जिसका शुभारम्भ जिला पंचायत अध्यक्षा विजय सिंह ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन और जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने पोषण वाटिका का फीता काटकर किया।
इस दौरान सदर विधायिका मुक्ता राजा, एमएलसी डा. मानवेंद्र प्रताप सिंह, चौ. ऋषिपाल सिंह, सीडीओ आकांक्षा राना, एडीएम वित्त मीनू राणा, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रेयश कुमार उपस्थित रहे। वहीं 50 आंगनबाड़ी केंद्रों को टेबल-कुर्सी, प्री-स्कूल किट, ट्राई साइकिल, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत 6 माह से छोटी 500 बालिकाओं को बेबी मच्छरदानी एवं 6 माह से ऊपर की 200 बालिकाओं को वॉकर उपलब्ध कराया गया।
जिला पंचायत अध्यक्षा विजय सिंह ने कहा कि बेटियों को शिक्षा एवं सुरक्षा प्रदान करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री द्वारा 2015 में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना आरम्भ की गयी। योजना के संचालन से प्रदेश में जहां कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगी है, वहीं लिंगानुपात में भी सुधार देखने को मिल रहा है।
एमएलसी डा. मानवेंद्र प्रताप सिंह ने कन्या सुमंगला योजना के बारे में बताया कि बालिका के जन्म से लेकर उच्च शिक्षा तक के लिए विभिन्न चरणों में 15 हजार रूपये उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने 10 आगंनबाड़ी केंद्रों को आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र बनाए जाने के लिए आवश्यक सामग्री एवं संसाधन उपलब्ध कराने की सहमति प्रदान की। एमएलसी चौ. ऋषिपाल सिंह ने कहा कि आज महिला सशक्तिकरण का दौर है, बालिकाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य एवं स्वाबलम्बन प्रदान कर उनको आगे बढ़ाया जा रहा है।
जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम स्थल इस बात का प्रतीक है कि अगर आपके मन में इच्छा शक्ति हो तो किसी भी कठिनाई से न केवल निपटा जा सकता है बल्कि उस कठिनाई को एक आदर्श के रूप में स्थापित भी किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए बीएसए द्वारा 40 पंख उपलब्ध कराए गये हैं। उन्होंने एडीएम वित्त मीनू राणा को आंगनबाड़ी केंद्रों में सुधारात्मक कार्यों के लिए सीएसआर फण्ड से 5 लाख रुपये उपलब्ध कराने की बात कही। जिलाधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा विषय विशेषज्ञों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
