- राजीव अल्फा बोले- हमारे हर संकट को हर लेती है गौ माता
अलीगढ़। हमारी सनातन संस्कृति में पौराणिक महत्व है गाय को हिंदू मान्यताओं में बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। गाय को गोमाता भी कहा जाता है। सनातन धर्म में गाय को मां का दर्जा दिया गया है। जिस प्रकार एक मां अपनी संतान को हर सुख देना चाहती है, उसी प्रकार गौ माता भी सेवा करने वाले जातकों को अपने कोमल हृदय में स्थान देती हैं और उनकी हर मनोकामना पूरी करती हैं।
आपको बता दें कि दीनदयाल गौ अनुसंधान केंद्र, परखम (फरह) में एक गौ शोध एवं अनुसंधान केंद्र की स्थापना, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की, एक अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना है। यह करीब 100 बीघा भूमि पर स्थापित की जा रही है, जिसकी अनुमानित लागत 200 करोड़ है। इस केंद्र में पंचगव्य तकनीक से उपचार किए जाने को वैज्ञानिकता के साथ प्रमाणित किया जाएगा। यहां पर गौमाता के गोबर, मूत्र, दूध, घी आदि विभिन्न उत्सर्जनों पर विभिन्न प्रकार के शोध एवं अनुसंधान कर, हमारे शास्त्रों में बताए गए उपचारों को, वैज्ञानिकता के साथ प्रमाणित किया जाएगा। यहां विभिन्न अनुसंधानों के साथ-साथ एक मेडिकल कॉलेज और चिकत्सालय की भी स्थापना की जाएगी, जहां गौ माता के विभिन्न उत्सर्जनों से उपचार किया जाएगा। यह देश में अपने आप में अनोखा संस्थान होगा, जहां विभिन्न रोगों का उपचार पंचगव्य तकनीक से प्रामाणिकता के साथ किया जाएगा। केशव धाम समिति के कोषाध्यक्ष राजीव अल्फा ने सभी गौभक्तों से निवेदन किया है कि वह इस नेक कार्य में बढ़-चढ़कर योगदान करें।
इसी बढ़ते क्रम में सुरेंद्र नगर निवासी केशव धाम समिति के कोषाध्यक्ष राजीव अल्फा ने प्रांत प्रचारक डॉ. हरीश रौतेला जी को फरह में बन रहे विशाल एवं भव्य दीनदयाल गौ विज्ञान अनुसंधान के लिए चैक के रूप में सहयोग देकर मन की इच्छा को पूरा किया। इस मौके पर विभाग प्रचारक गोविंद जी, महानगर प्रचारक विक्रांत जी उपस्थित रहे।