गुप्त नवरात्रि अनुष्ठान के दिन विधि विधान से देवी के स्वरुप का पूजन अर्चन करते हुए स्वामी पूर्णानंदपुरी महाराज व आचार्य गौरव शास्त्री

वैदिक ज्योतिष संस्थान के आचार्यों ने की नवरात्रि की पूजा

अलीगढ़ उत्तर प्रदेश
  • आज लग रहा नक्षत्र का अद्भुत रवि पुष्य योग : पूर्णानंदपुरी

अलीगढ़। वैदिक ज्योतिष संस्थान पर गुप्त नवरात्रि अनुष्ठान का प्रारंभ शनिवार से हो चुका है, जिसमें पहले दिन विधि विधान के साथ देवी के स्वरुप का पूजन अर्चन किया गया। स्वामी पूर्णानंदपुरी महाराज के सानिध्य में प्रारंभ हुए इस अनुष्ठान में आचार्य गौरव शास्त्री, शिवम शास्त्री, चंदर शास्त्री ने भगवती का अर्चन एवं तर्पण किया। आज के मुख्य यजमान प्रयाग निवासी कविता यादव त्रिपाठी व नीरज त्रिपाठी रहे।
स्वामी पूर्णानंदपुरी ने गुप्त नवरात्रि के बारे में बताया कि देवी भागवत के अनुसार जो साधक गुप्त नवरात्रि में कम समय में दस महाविद्याओं में किसी भी महाविद्या की साधना करना चाहते हैं, वह इस गुप्त नवरात्रि में अनुष्ठान करके जल्दी सफलता ले सकते हैं।
वहीं आज लगने वाले अत्यंत विशेष योग रवि पुष्य के विषय में स्वामी पूर्णानंदपुरी महाराज ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्रों में आठवें स्थान पर पुष्य नक्षत्र होता है, पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा कहा जाता है। यदि किसी कुंडली में ग्रह नक्षत्रों की विपरीत स्थिति निर्मित हो रही है तो पुष्य नक्षत्र में वे भी अनुकूल हो जाती है। पुष्य नक्षत्र यदि रविवार को होता है तो इसे रवि पुष्य नक्षत्र कहा जाता है, जो काफी शुभ होता है, इसकी विशेषता गुप्त नवरात्रि होने से और भी बढ़ गयी है। आज प्रातः 5ः18 मिनट से रवि पुष्य नक्षत्र प्रारंभ हो रहा है जो कि कल प्रातः 5ः18 मिनट तक रहेगा। 24 घंटे की यह घड़ी तंत्र मंत्र, जड़ी बूटी के उपयोग के लिए अत्यंत शुभ मानी गयी है। साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग भी प्रातः 5ः18 से प्रारंभ होकर कल प्रातः 5ः29 तक रहेगा। इस योग में विवाह को छोड़कर सभी शुभ कार्य कर सकते हैं। इस दौरान सोना खरीदना, प्रॉपर्टी और वाहन आदि की खरीदारी शुभ होती है। रवि पुष्य योग में गाय को गुड़ खिलाने से सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं।

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