अलीगढ़। अचल सरोवर पर स्थित प्राचीन सिद्धपीठ श्रीविनायक मंदिर के महंत विनय नाथ ने बताया कि 18 से 28 सितंबर तक 11 दिवसीय गणेश चुतर्थी का भव्य आयोजन होने जा रहा है। श्रीविनायक 54वां महोत्सव चतुर्थी को लेकर तैयारियां चल रही हैं।
महंत विनय नाथ ने बताया कि 18 सितम्बर को प्रातः 11 बजे प्रातः शिव-पार्वती विवाह, 19 सितम्बर को प्रातः 4 बजे गणेशजी का दुग्धाभिषेक, तत्पश्चात प्रातः 5 बजे चोला श्रृंगार के बाद प्रातः 6 बजे मंगला आरती, प्रातः 7 बजे नगर भ्रमण के बाद श्री गणपति की प्रतिमा स्थापित की जायेगी। सायं 4 बजे स्वर्ण श्रृंगार व भव्य फूल बंगला व शाम को 7.30 बजे महाआरती का आयोजन रहेगा। 20 सितम्बर को सुबह 7 बजे श्रीगणपति का स्नान, श्रृंगार करने के बाद प्रातः 9 बजे ऋषि पंचमी कथा, अर्थव शीर्ष पाठ व प्रातः 10 बजे रिद्धी सिद्धी गणपति कष्ट निवारण यज्ञ देर सायं 7 बजे गणेश भगवान की एक विशाल शोभायात्रा का आयोजन गणेश मंदिर अचलताल से किया जायेगा। 21 सितंबर को संत बसंत विदाई प्रातः 10 बजे, इसके बाद दोपहर 12 बजे विशाल भण्डारा प्रसादी रहेगी। 22 सितम्बर को प्रातः 11 बजे सुंदरकाण्ड पाठ मंदिर प्रांगण में किया जायेगा। देर रात्रि 9 बजे विराट रसिया दंगल कार्यक्रम होगा। 23 सितम्बर को प्रातः 11 बजे माता की अर्थ चौकी, 24 सितम्बर को सायं 5 बजे छठी पूजन, 25 सितम्बर को प्रातः 11 बजे रुद्राभिषेक व 26 सितम्बर को सायं 5 बजे भव्य फूल बंगला, छप्पन व मोदक भोग गणेशजी को अर्पण किया जायेगा।
- कलाकार हरजीत दीवाना एवं काव्या सैनी के भजनों से भावविभोर होंगे भक्त
विशाल गणपति भजन संध्या सायं 6 बजे होगी, जिसमें पानीपत से आये कलाकार हरजीत दीवाना एवं काव्या सैनी भरतपुर के भजनों का भक्त आनंद लेंगे। 27 सितम्बर को शाम 7 बजे दीपदान, 7.30 बजे महाआरती की जायेगी। 28 सितम्बर को सुबह 7 बजे भगवान गणेशजी की प्रभात फेरी निकाली जायेगी। इसके बाद श्रीगणेश विसर्जन यात्रा प्रातः 9 बजे से अचलताल स्थित प्राचीन सिद्ध पीठ गणेश मंदिर से राजघाट के लिए प्रस्थान करेगी। प्रेसवार्ता में महंत विनय नाथ गुरूजी, अजय वार्ष्णेय, विनय वार्ष्णेय, गोर्वधन वार्ष्णेय, रवि वर्मा, कृपा देवी, उमेश वार्ष्णेय दिलीप, चित्रांश गुप्ता आदि .मौजूद रहे।